Friday, January 1, 2016

कैसा रहा साल 2015 में भारत आइये डालें एक नजर

1.नीति आयोग :केंद्र सरकार ने योजना आयोग को बदलकर 1 जनवरी 2015 नीति आयोग के गठन की घोषणा की. नीति आयोग भारत सरकार की आर्थिक हितों का प्रतिनिधित्व करने के लिए गठित किया गया है. ये थिंक टैंक राज्य सरकारों और संघ शासित प्रदेशों के लिए भी काम करेगा.
2. दिल्ली में बनी आम आदमी पार्टी की सरकार : नई दिल्ली राज्य चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतकर सरकार बना लिया.

3. नीतीश एक बार फिर संभाली बिहार की गद्दी: अक्टूबर-नवंबर में हुए बिहार विधान सभा चुनाव में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस के महागठबंधन को भारी जीत हासिल हुई. पांच चरणों में हुए इस चुनाव में अबतक का सबसे ज्यादा मतदान हुआ और लोगों की पहली पसंद राजद बनी जिसने 80 सीटों पर जीत हासिल की और नीतीश कुमार प्रदेश के पांचवी बार मुख्यमंत्री बने.
4.  अमरावती बनी  आंध्र प्रदेश की नई राजधानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अक्टूबर को विश्व स्तरीय रिवरफ्रंट राजधानी अमरावती की नींव रखी. इस मौके पर राज्यपाल ईएसएल नाराशिमान, के रोसैया,मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और चंद्रशेखर राव भी मौजूद थे.
5. हार्दिक पटेल आंदोलन: हार्दिक पटेल जो एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में पाटीदार जातियों को अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षित कोटे के तहत आरक्षण दिलाने के लिए आंदोलन किया. 'जय सरदार ' का नारा देकर पटेल ने काफी भीड़ इकठ्ठा की. साथ ही इस आंदोलन में उन्होंने हथियार और सामाजिक मीडिया का भी इस्तेमाल किया. पटेल को तिरंगे का अपमान करने और हत्या की धमकी देने के मामले के तहत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
6.   बजट 2015: इस बार बजट में सुरक्षित भारत स्कीम के तहत निर्भया फंड, स्किल इंडिया को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं के रोजगार बढ़ाने के लिए और ग्रीन इंडिया के तहत 100 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया. जहां अक्षय ऊर्जा को विनियमित करने और बुनियादी ढांचे के विभिन्न क्षेत्रों को कारगर बनाने का भी प्रावधान किया गया.
7.   गिव इट अप अभियान: पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान  इस अभियान की शुरुआत की और अमीर लोगों से एलपीजी सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया.
8. प्रधानमंत्री की योजनाएं  : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निम्न मध्यम वर्ग के लिए तीन समाजिक सुरक्षा योजनाओं का शुभारंभ किया. ये योजनायें प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना हैं. इससे गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वालों को फायदा होगा. प्रधानमंत्री ने आम आदमी के लिए पारदर्शिता लाने के लिए मई में डिजिटल भारत कार्यक्रम की शुरुआत की.
9.  एआईआईबी : एशियाई बुनियादी ढांचे के निवेश बैंक (एआईआईबी) एक प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्था है, जो अब एशिया -प्रशांत क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगी. भारत ने एशियाई बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए इस बैंक के साथ हस्ताक्षर करते हुए 8.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद करने का भी वचन दिया.
10. मुद्रा बैंक का शुभारंभ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अप्रैल को मुद्रा (माइक्रो यूनिट विकास और पुनर्वित्त एजेंसी) बैंक का शुभारंभ किया. इस बैंक का उद्देश्य छोटे और कमजोर वर्गों के लिए ऋण मुहैय्या कराना. जिससे लोगों के रोजगार के अवसर पैदा हों.
11. बंधन: भारतीय माइक्रोफाइनेंस कंपनी बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज ने 28 अगस्त को भारत में बैंकिंग का शुभारंभ कर दिया. बैंक का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण आबादी को अच्छी बैंकिंग देना है. बंधन ने प्रारंभिक चरण में 500-600 शाखा और 10 लाख ग्राहकों तक पहुंचने का लक्ष्य बनाया है.

12. आईडीएफसी बैंक- इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसर आईडीएफसी को (आरबीआई) भारतीय रिजर्व बैंक ने 2014 में यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस दिया था. आईडीएफसी ने 1 अक्टूबर से भारत में बैंकिंग शुरूआत कर दी.
13. गोल्ड मोनेटायजेसन योजना: प्रधानमंत्री ने इस योजना की शुरूआत नवंबर में की. इससे अधिकृत बैंकों में लोग अपना सोना जमा करके उतना ही ब्याज पा सकते हैं.
14. सोना और चांदी हुआ सस्ता:30 नवंबर से सरकार ने आयात शुल्क में कटौती कर दी. जिससे कीमती धातुओं सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गयी.
15.लिक्विड गोल्ड : साल 2015 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कई उतर चढ़ाव देखने को मिला. नवंबर 2015 में इसका मूल्य क्रमश: 60.48 रुपये प्रतिलीटर और 46.55 रुपये प्रतिलीटर रहा.
16. स्वाइन फ्लू : फरवरी में भारत में एक बार फिर स्वाइन फ्लू का असर देखा गया.  जिसने सबसे ज्यादा रहा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों को प्रभावित किया. इस बीमारी ने 585 लोगों की जान ले ली.
17. डेंगू : दिल्ली में डेंगू के मामलों में भारी इजाफा हुआ और ये संख्या 10,683 पहुंच गयी. जो वाकई चौंकाने वाला रहा है, ये संख्या साल 1996 के बाद इस बार सबसे ज्यादा रही. डेंगू से इस साल भारत में 41 लोगों की जान चली गयी.  
18. भूकंप: अप्रैल में नेपाल और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में जोरदार भूकंप के झटके महसूस किये गये. इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.9 आंकी गयी.
19. खूनी भूस्खलन ने गांव को किया बर्बाद : 1 अगस्त को मणिपुर में तेज बारिश से विनाशकारी भूस्खलन ने एक ही गांव के 20 लोगों की जान ले ली. इस त्रासदी का असर म्यांमार सीमा से सटे मणिपुर के चंदेल जिले के दूरदराज के जौपी  क्षेत्र में भी रहा.
20. भारत रत्न : सबसे प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय मदन मोहन मालवीय को दिया गया. 
21.गूगल सर्च इंजन के नए सीईओ सुंदर पिचाई- इस वर्ष गूगल खोज के नए सीईओ के तौर पर भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को नियुक्त किया गया. वर्ष १९७२ तमिलनाडु में जन्में पिचाई आईआईटी खड़गपुर से मेटालर्जी में इंजीनियंरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद इंजीनियरिंग में एमएस करने अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय चले गए. वहीं उन्होंने एमबीए भी किया. उन्होंने वर्षाे तक मैकेंजी कंपनी में काम किया. फिर वर्ष २००४ में गूगल कंपनी ज्वाइन की. उन्होंने जी-मेल और गूगल मैप एप्स तैयार किए जो रातों-रात लोकप्रिय हो गए. फिर उन्होंने गूगल के उत्पादों के लिए एंड्राइंड एप्प भी बनाया. गूगल के ब्राउजर क्रोम के पीछे भी इन्ही का दिमाग था.
22.नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति विद्या देवी’- नेपाल की संसद ने नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की उपाध्यक्ष विद्या देवी भंडारी को देश की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में चुना है. नेपाल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब वहां पर राष्ट्रपति पद की कमान किसी महिला के हाथ में है. ५४ साल की भण्डारी सीपीएन-यूएमएल की उपाध्यक्ष एवम् पार्टी के दिवंगत महासचिव मदन भण्डारी की पत्नी हैं. विद्या देवी ने रामबरन यादव की जगह ली है, जिन्हें नेपाल को गणराज्य घोषित किए जाने के बाद २००८ में पहला राष्ट्रपति चुना गया था.
23.श्रीलंका के नए राष्ट्रपति सिरिसेना’- श्रीलंका में दस सालों से सत्ता में रहे महिंद्रा राजपक्षे को हराकर उनके शासन का अंत करके मैत्रीपाला सिरिसेना ने राष्ट्रपति की कुर्सी हासिल की. कभी महिंद्रा राजपक्षे के सहयोगी रहे सिरिसेना अब श्रीलंका के नए राष्ट्रपति हैं जिनका भारत के प्रति सकारात्मक रुख है. अपने पराजित प्रतिद्वंदी की तरह सिरिसेना भी कट्टर बौद्ध हैं. उनकी पृष्ठभूमि ग्रामीण है, वह अंग्रेजी नहीं बोलते और सार्वजनिक रूप से हमेशा ही श्रीलंका के राष्ट्रीय परिधान में नजर आते हैं.
24. साहित्य के लिए नोबल- बेलारूस की ७६ वर्षीय लेखिका स्वेतलाना एलेक्सीविच को इस बार साहित्य का नोबल पुरूस्कार प्रदान किया गया. स्वीडिश एकेडमी ने कहा की स्वेतलाना को बहुआयामी, मानवीय त्रासदी से जुड़े और अपने समय के साहसिक लेखन के कारण नोबल पुरूस्कार के लिए चुना गया. उन्होंने चश्मदीदों के हवाले से चेर्नाेबिल आपदा और द्वितीय विश्वयुद्ध का मार्मिक पक्ष पेश किया.
25. दीपिका पादुकोण की माई च्वाइस’- महिलाओं की जिंदगी से जुड़े पहलुओं पर आवाज उठाते हुए अभिनेत्री दीपिका पादुकोण माई च्वाइस नामक वीडियो में नजर आई, तो इंटरनेट पर धूम मच गई. वीडियो में दीपिका कहती हैं मैं अपनी पसन्द के हिसाब से जिंदगी गुजारना चाहती हूं. जैसा चाहूं वैसे कपड़े पहन सकूं, मर्द से प्यार करूं या औरत से, यह मेरी मर्जी है. शादी से पहले सेक्स करूं, शादी के बाद या न करूं,यह मुझ पर निर्भर है. इस वीडियो ने एक नई बहस छेड़ दी.
26. चर्चा में बजरंगी भाईजान’- इस साल अभिनेता सलमान खान की फ़िल्में बजरंगी भाईजान और प्रेम रतन धन पाओ तो कमाई के मामले में आगे रही ही ,‘हिट एन्ड रन केस में बरी होने के कारण भी वह काफी चर्चा में रहे. १३ साल पुराने इस मामले पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए, उन्हें सभी आरोपो से बरी कर दिया. कोर्ट ने कहा की सलमान खान के खिलाफ जो सबूत पेश किए गए हैं, वे पर्याप्त नहीं है. उनके आधार पर उन्हें दोषी नही करार दिया जा सकता. सलमान ने ट्वीट करके परिवार, दोस्तों और प्रशसंको का शुक्रिया अदा किया. इस साल सलमान को उनके ५०वें जन्मदिन पर इससे अच्छा उपहार नही मिल सकता था.
27. हिंदी के हैशटैग’- ट्विटर पर इस साल अंग्रेजी के सामने हिंदी ने अपनी जगह बनाई. अक्सर अंग्रेजी में ट्रेड करने वाले हैशटैग इस साल हिंदी में नजर आया. महाशिवरात्री के मौके पर ट्रेंड करता दिखा क्ष्हरहरमहादेव. यही नहीं विश्वकप में भारत और पकिस्तान के मैच के दौरान क्ष्जयहिंद खूब ट्रेंड में रहा. वहीं हिंदू-मुस्लिम सम्बन्धों पर छिड़ी बहस ने जन्म दिया क्ष्असहिष्णुता को. वैसे भी बीते कुछ सालों में सोशल मीडिया पर हिंदी का चलन बढ़ता हुआ देखा जा रहा है. ट्विटर ने साल २०११ में यूजर्स की संख्या १० करोड़ पहुंच जाने पर हिंदी इनपुट की व्यवस्था की थी.
28. ५१वां साहित्य अकादमी पुरूस्कार -साल के आखिरी सप्ताह में प्रसिद्ध गुजराती साहित्यकार रघुबीर चौधरी को २०१५ का ज्ञानपीठ पुरूस्कार देने की घोषणा की गई. चौधरी की अमृता, सहवास, अन्तर्वास,वेणू वात्सल(उपन्यास), तमाशा और वृक्ष पतनमा(कविता संग्रह) उनकी प्रमुख रचनायो में शुमार हैं. इससे पहले उनकी कृति उप्रवास कथात्रयी को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. पिछले वर्ष यह पुरस्कार मराठी साहित्यकार भलचंद्र नेमाडे को मिला था.
29. पीएम मोदी ने खेला साल २०१५ का आखिरी मास्टर स्ट्रोक- वैसे तो ये पूरा साल प्रधानमन्त्री मोदी के नपा-तुला रहा, जिसमें पूरे साल उनकी विदेश यात्रा की ही ज्यादा धूम रही. इसी क्रम में पीएम मोदी रूस से लौटकर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचे. यहां से सीधे उन्हें वापस नई दिल्लीr आना था, पर बिना किसी पूर्व सूचना के उन्होंने अचानक ट्वीट करके जानकारी दी कि वे पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी को शादी की बधाई देने लाहौर जा रहे हैं. लाहौर में उन्होंने नवाज शरीफ से मुलाकात की और शाम को वापस दिल्लीr आ गए. इस पूरे घटनाक्रम ने समूचे विश्व की राजनीति में खलबली मचा दी और सभी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस मजबूत निर्णय की जमकर तारीफ की. मोदी की अचानक लाहौर यात्रा ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में फिर से आशा की एक नई किरण जगा दी.
30. प्रभावी नेतृत्व एंजेला मोर्कल- जर्मनी की चांसलर एंजला मोर्कल ने यूरोजोन के संकट, सीरिया के शरणार्थी संकट और यूक्रेन में रूसी हस्तक्षेप के दौरान अपने प्रभावी नेतृत्व के कारण इस वर्ष की सर्वाधिक चर्चित हस्ती बनने का तमगा हासिल किया. टाइम मैगजीन ने भी उन्हें पर्सन ऑफ द ईयर चुना है. वर्ष २००५ में जर्मनी की पहली महिला चांसलर के रूप में सत्ता संभालने वाली मोर्कल निरन्तर अपनी पकड़ मजबूत करती गईं और २००७ में यूरोपीय संघ के दौरान मर्केल ने कड़े वित्तीय अनुशासन को अपनाया, तो आईएस के खिलाफ सैन्य अभियान में भी शामिल हुईं.